मऊरानीपुर। क्षेत्र नवरात्रि पर्व को लेकर नगर एवं क्षेत्र में स्थित देवी मंदिरों में पहले दिन भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। सुबह से ही नगर के प्रसिद्ध बड़ी माता मंदिर सराय की अंबे मंदिर, चौमुखी मंदिर तेरे घाट की अंबे मंदिर एवं ग्राम भदरवारा स्थित प्रसिद्ध मां भद्रकाली मंदिर तथा ग्राम बड़गांव स्थित चंडिका मंदिर में भक्तों ने देवी मां को विधि विधान से पूजन अर्चन कर जल अर्पित किया पहले दिन मंदिरों में अनेक धार्मिक कार्यक्रम हुआ भजन संध्या का आयोजन किया गया। वहीं दूसरी और रामनवमी सेवा समिति मऊरानीपुर तत्वाधान में नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया पूरे नगर में आकर्षक सजावट व लाइटिंग के नजारे को देखने के लिए लोग अपने परिवार के सदस्यों के साथ घरों से निकले। मंदिरों में आयोजित महा आरती व प्रसाद वितरण कार्यक्रम में देर रात्रि तक भक्तों ने सैकड़ो की संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए माहौल को देवी मय बना दिया। नगर के प्रसिद्ध बड़ी माता मंदिर के पुजारी सौरभ तिवारी ने बताया कि नवरात्र का प्रथम दिन सौभाग्य देने वाली मां शैल पुत्री का है। उन्होंने कहा यहां प्राचीन मंदिर में विशेषकर नौ दिन नगर और क्षेत्र की हजारों महिलाएं और पुरुष पूजा अर्चना करने आते है। माता रानी उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है। आज ही के दिन जवारे के लिए खप्पर रखे जाते जिनका नवमी के दिन विसर्जन हुआ करता है। इसके लिए जो खप्पर रखते वह नौ दिन खप्परों की पूजा आरती कर उन पर जल चढ़ाते है। यह परंपरा वर्षो से चली आ रही प्राचीन बड़ी माता मंदिर में सुबह 3 बजे से लेकर दिन के 1 बजे तक माता रानी को महिलाएं पुरुष कन्याएं जल अर्पित करने को आती है मंदिर में शाम को माता रानी का विशेष श्रृंगार कर भव्य आरती की जाती है जिसमे सैकड़ों लोग शामिल होते है मंदिर प्रांगण में नौ दिन तक विशाल मेला लगता है। इसके अलावा मंदिर परिसर में सुरक्षा ब्यबस्था के लिए पुलिस की तैनाती की जाती है ।
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