झांसी में 12 वीं कक्षा के छात्र ने सुसाइड कर लिया। वह किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई कर रहा था। जब दोस्त कोचिंग के लिए बुलाने आया तो कमरा अंदर से बंद था। खिड़की से देखा तो पंखे पर रस्सी लटक रही थी और छात्र नीचे पड़ा था। दरवाजा तोड़कर दोस्त कमरे के अंदर गया तो गले में भी रस्सी बंधी थी और उसकी मौत हो चुकी थी।
प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला आया सामने
पुलिस का कहना है कि छात्र फंदा बनाकर झूला तो रस्सी टूट गई और लेकिन रस्सी से गले में झटका लगने से छात्र की मौत हो गई। फिलहाल शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। उसके मोबाइल में एक लड़की की 8 मिस्ड कॉल थी। पुलिस प्रेम प्रसंग समेत अन्य एंगल पर जांच कर रही है। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के नई बस्ती के हाथीखाना की है।
आशीष पढ़ने में था काफी होशियार
मृतक आशीष (18) पुत्र जगजीवन अहिरवार मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के घाटकोटरा गांव का रहने वाला था। मृतक के चाचा अमित वर्मा ने बताया कि मेरा भतीजा आशीष पढ़ने में होशियार था। इसलिए 12वीं में उसका एडमिशन झांसी के राजकीय इंटर कॉलेज में करवाया था। भतीजा नई बस्ती के हाथीखाना में एक मकान में किराए से रहता था। उसके साथ बुआ का बेटा आकाश रहता था।दोपहर में आकाश पढ़ने के लिए लाइब्रेरी चला गया। कमरे पर आशीष अकेला था। शाम 4 बजे उसे कोचिंग जाना था। उससे पहले दोस्त बारिश यादव कोचिंग के लिए आशीष को बुलाने कमरे पर पहुंचा। तब वह मृत मिला।कमरा का दरवाजा तोड़ा तो मृत पड़ा था।
इकलौते पुत्र की मौत बाद परिजन बेहाल
बताया गया है कि घाटकोटरा निवासी जगजीवन अहिरवार ने मेहनत मजदूरी करके अपने इकलौते पुत्र को झांसी पढ़ने के लिए भेजा था क्योंकि आशीष पढ़ने में काफी होशियार था। वहीं घटना के बाद किसी को भी यह विश्वास नहीं हो रहा है कि आखिर आशीष ने यह कदम क्यों उठाया इकलौते बेटे की मौत के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है ।
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