मऊरानीपुर । फसल बर्बादी, आर्थिक तंगी कर्ज में डूबे किसान ने शनिवार सुबह अपने खेत पर लगे महुआ के पेड़ के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम वीरा निवासी किसान रामकिशुन पुत्र आसाराम कुशवाहा उम्र 45 वर्ष ने शनिवार सुबह अपने खेत पर गया था वही खेत पर लगे महुआ के पेड़ पर रस्सी के सहारे फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस हृदय विदारक घटना की सूचना गांव में फैलते ही पूरे गांव में हड़कंप व कोहराम मच गया। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। किसान रामकिशुन 6 बीघे का किसान था खेती किसानी करके अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता था मृतक किसान के दो बच्चे है एक लड़का एक लड़की पिछले वर्ष उसने अपने बेटी की शादी की थी जिससे उसके ऊपर कर्ज बढ़ गया था मऊरानीपुर सोसाइटी से 60 हजार का केसीसी ऋण है। वहीं ग्रामीण बैंक मऊरानीपुर में डेढ़ लाख रुपये का केसीसी ऋण है और कुछ साहूकारों का कजा है। पिछले वर्ष फसल नष्ट हो गई थी इस बार भी फसल नष्ट हो गई है और अभी भी फसल अच्छी नहीं है परिजनों ने बताया सुबह 6 बजे किसान रामकृष्ण और उनकी पत्नी ममता देवी दोनों साथ खेत पर गए थे खेत पर ही एक झोपड़ी बनाए थे वहीं पर गाय भी रखते थे पत्नी ने गाय का दूध निकाल कर वापस घर को चली आई। तभी उसके बाद रामकिशुन कुशवाहा ने ऐसा आत्मघाती कदम उठाया और महुआ के पेड़ के सहारे फांसी लगाकर जान दे दी। अगल-बगल के किसानों ने जब देखा तो आनन-फानन में मौके पर पहुंचे फंदे से नीचे उतारा उसके बाद ग्रामीण और परिजनों ने ग्राम प्रधान देवेन्द्र खरे एवं पुलिस व तहसील प्रशासन को सूचना दी। इस हृदय विदारक घटना की सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण सिंह परिहार ग्राम वीरा किसान के खेत पर पहुंचे और शोक संवेदना प्रकट करते हुए परिजनों को ढाढ़स बंधाया उसके बाद घटना की जानकारी उपजिलाधिकारी को दी जिस पर मामले को संज्ञान लेते हुए नायब तहसीलदार मऊरानीपुर को मौके पर भेजा गया उन्ही के साथ में मौके पर पुलिस भी पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मऊरानीपुर भेज दिया। मृतक किसान के भतीजे घनश्याम कुशवाहा ने बताया कि चाचा के ऊपर काफी कर्ज था फसल भी नष्ट हो गई थी जिससे परेशान थे और आज सुबह फांसी लगाकर जान दे दी। किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण सिंह परिहार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से एवं तहसील प्रशासन से मृतक किसान के परिजनों को 72 घंटे के अंदर आर्थिक मदद दिलाई जाने की मांग की। मौके पर नायब तहसीलदार से निवेदन किया गया कि मृतक किसान के परिजनों को अभिलंब मुआवजा दिया जाए जिस पर नायब तहसीलदार ने आश्वासन दिया है घटना की जांच करा कर सासन से हर सम्भव मदद की जाएगी।मौके पर किसान सेवक शेखरराज बडोनिया, जानकी, दीपू खरे शिवचरण, घनश्याम, आनंद, मनोहर, दलपत, भूपत, शिवलाल, केशव, मुरलीधर, देशराज, महेश, शर्मा, शीतल, जयराम, रामसिंह, ठाकुरदास, प्रमोद शर्मा, गौरव सोनी, चंद्रपाल यादव, गोरेलाल पाल, कमल, अजीत खान, सिया शरण, बाबूलाल ,धर्मदास विश्वकर्मा, आलम अहिरवार, शिवदयाल, पवनेश रिछारिया, जयप्रकाश नायक, नासिर खान, जगदीश, छक्कीलाल, प्यारेलाल, रामकुमार, ठाकुरदास सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे।
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