मऊरानीपुर। क्षेत्र में दो मार्च को हुई ओलावृष्टि, बेमौसम बारिश से रबी की सभी फसलें प्रभावित हुई थी। जिसका दूसरे, तीसरे दिन से मऊरानीपुर तहसील प्रशासन द्वारा किया गया सर्वे उपरांत शत-प्रतिशत नुकसान का आंकलन करके जिला मुख्यालय वहां से लखनऊ भेजा गया था। जिससे मुख्यमंत्री ने राहत आपदा प्रबंधन मोचन निधि से फसलों में हुए नुकसान के एवज में किसानों द्वारा बोई गई के लिए मुआवजा राशि के मानक तय करते हुए फौरी तौर पर सहायता राशी अनुदान के रूप में तथा पच्चीस फीसदी धनराशि फसलीय बीमा कंपनी द्वारा दिए जाने के लिए आदेशित किया गया था। जिससे संबंधित राजस्व विभाग द्वारा आनन-फानन में किसानों से खेती संबंधी दस्तावेज लेकर आपदा पोर्टल पर अपलोड कर दिए गए। लेकिन तीस एवं इकत्तीस मार्च को टेजरी झांसी से किसानों के खातों में भेजी गई राशि से क्षेत्र के किसानों जोत जमीन के रकवा अनुसार धनराशि नही मिलने से संतुष्ट नही है। वही अभी भी सैकड़ों किसानों के खातों में फसल नुकसान की राशि दिए गए खातों में नही आने से परेशान है। इस संबंध में संबंधित विभाग द्वारा भी किसानों को संतोष जनक जबाब नही मिल रहा है। मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र के राजस्व ग्राम पंचायत हरपुरा निवासी बृहद श्रेणी के किसान गंगाराम अहिरवार पुत्र सरजू ने जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत अपलोड कराते हुए बताया कि हरपुरा मौजे में 15 बीघा तथा खिलारा मोजे में 2 बीघा जमीन के कागजात जमा किए गए थे। जिससे दो हेक्टेयर खेती की भूमि अनुसार 34 हजार रूपए मुआवजा राशि के रूप में मिलने थे। लेकिन 31 मार्च को जब मोबाइल पर मैसेज आया तो मेरे बैंक खाते में मात्र 17000 रुपए आये है। जिससे पीड़ित किसान ने जमीन के रकवा अनुसार कम मिली मुआवजा राशि की जांच कर शत-प्रतिशत नुकसान की भरपाई कराये जाने की मांग की गई है। इसी प्रकार ग्राम पंचमपुरा निवासी किसान भगवत प्रसाद रावत पुत्र मथुराप्रसाद, जितेन्द्र कुमार, पुष्पेन्द्र कुमार रावत पुत्र भगवत प्रसाद ने उपजिलाधिकारी मऊरानीपुर को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया गया है कि रबी की सभी फसलों में हुई क्षतिपूर्ती के रूप में आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा दी जा रही राशि को रकवा अनुसार नही दी गई है पीड़ित पंचमपुरा के किसानों ने जोत जमीन के अनुसार धनराशि दिए जाने की मांग की। इस संबंध में तहसील मदनमोहन गुप्ता का कहना है कि जिन किसानों की राशि नही आयी है वह परेशान न हो सभी पीड़ितों को मुआवजा राशि मिलेगी। वही हरपुरा, पठा, खिलारा, बसरिया के राजस्व ग्रामों में तैनात लेखपाल हरिश्चंद्र राजपूत का कहना है कि अभी जो किसान मोचन धनराशि से वांछित रह गए है और उनका डाडा फीड हो गया है ऐसे सभी किसानों के बैंक खाते में राशि भेजी जा रही है और जिन किसानों का अलग अलग मोजों में खेती की जमीन है उसमें से सिर्फ एक मोजे की क्षतिपूर्ति मिलेगी तथा जिन की रकवा के मुताबिक राशि नही आयी है वह जांच पड़ताल कर सकते है।
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