मऊरानीपुर। उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के बैनर तले जनपद झांसी के ग्राम घाटकोटरा में एक विशाल किसान पंचायत हुई। जिसमें किसान समस्याओं को लेकर खूब गरजे और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ खोला मोर्चा। पंचायत में किसानों ने बताया कि हमने बैंकों से खेती के लिए किसान क्रेडिट कार्ड बनवाए थे और उन्हीं बैंकों में हमारे बचत खाते भी है और लगातार कई वर्षों से फसल उत्पादन प्राकृतिक आपदा के चलते बर्बाद हो रहा है और जिसके चलते हम बैंकों से लिए गए केसीसी ऋण समय से जमा नहीं कर पा रहे हैं, हमारा फसल उत्पादन अच्छा होगा तो समय से केसीसी ऋण जमा कर पायेंगे हैं, लेकिन फसल उत्पादन अच्छा न होने से हम अपना कर्ज़ समय से जमा नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन जब हमारे पास फसल उत्पादन अच्छा होगा तो हम खुद ही समय से अपने ऋण को जमा कर देंगे, लेकिन अभी हाल में बैंकों की तानाशाही और मनमर्जी हमारे ऊपर चल रही है हमारे बचत खातों से रुपए निकासी में बैंकों द्वारा तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं जिसके चलते हमारे बचत खातों में जमा रुपये को जबरदस्ती हमारे बिना पूछे हमारे ऋण खातों में डाला जा रहा है। बिना जमा फॉर्म भरे हमारे बचत खातों से रूपयो को हमारे ऋण खातों में जमा किया जा रहा है । जो हम किसानों के साथ बैंकों द्वारा किया जा रहा सरासर घोर अन्याय है और बिना शासनादेश के ऐसा करना गलत है क्योंकि जो भी पैसा बचत खाते में आ रहा है वह कहीं ना कहीं सरकारी योजनाओं का लाभ है या हमारे द्वारा जो फसल बेची जा रही उसका रूपया है ये रुपया इतना भी नहीं है जो लिये गए ऋण की पूर्ति कर सकें । अभी लगातार पिछले कुछ वर्षों में प्राकृतिक आपदाओं के चलते हमारी फसल उत्पादन अच्छा न होने की वजह से हम केसीसी चुकाने में असमर्थ है और जैसे हमारी फसल का उत्पादन अच्छा होगा हम अपने ऋण की अदायगी स्वयं से करेंगे लेकिन बैंकों द्वारा जो रवैया बचत खाते को सीज करने का अपनाया गया है वह हम किसानों के साथ बैंकों की तानाशाही खुल्लम-खुल्ला देखने को मिल रही है जिससे हम किसानों के ऊपर अपने जीवन यापन गुजर बसर करने का संकट बढ़ रहा है बताओ साहब अब हम क्या करें हम अपने रुपयों का उपयोग कर पाने में असमर्थ हो चुके हैं। बैंकों के इस रवैया के चलते ना हम उनका कर्ज समय से चुका पा रहे हैं और ना ही उस धन का उपयोग कर पा रहे हैं बहुत बड़े संकट से हम गुजर रहे हैं पंचायत में किसानों ने बताया कि विगत 4 में पूर्व ओलावृष्टि अति वृष्टि के चलते रबी की फसल बर्बाद हो गई थी जिसका फसल मुआवजा व बीमा क्लेम अभी तक हम किसानों को नहीं मिला है और अब खरीफ़ फसल की बुवाई का समय भी चल रहा है लेकिन हमारे पास लागत ना होने से हम अपनी बुवाई नहीं कर पा रहे हैं धन के अभाव में हम अपनी बुवाई नहीं कर पा रहे हैं मजबूरन हम साहुकारों से कर्जा लेकर अपनी फसल की बुवाई करने को मजबूर है हमारी बदकिस्मती कहे या मजबूरी कहे जिसके चलते हम साहूकारों से ऋण लेने को मजबूर है बताओ साहब क्या यह हम किसानों लिए सही है कि प्रत्येक फसल के लिए हम साहूकारों से ऋण लेकर अपनी फसल का उत्पादन करें क्या यह हम सभी किसानों लिए सही नहीं होगा कि अगर समय से हमें फसल मुआवजा बीमा क्लेम मिल जाए तो हम दूसरी खरीफ फसल बुवाई के समय जो लागत लगती है उसका कहीं ना कहीं यह हमारी भरपाई कर तो सकती है ना। अगर समय निकालने के बाद मिला यह मुआवजा और बीमा क्लेम तो हम किसानों के क्या काम का हमारे ऊपर लगातार कर्ज़ का बोझ बढ़ता जा रहा है ।हम किसान ऋण के संजाल से कब मुक्त होंगे ? किसानों ने पंचायत मैं बताया गांव का किसान कई समस्याओं से जूझ रहा है अघोषित विद्युत कटौती जर्जर रोड मुआवजा बीमा क्लेम सम्मान निधि वृद्धा पेंशन जैसी योजनाओं से वंचित है कहीं ना कहीं जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी के चलते आज किसान दर दर की ठोकरें खा रहा है खरीफ फसल की बुवाई के समय में साहूकारों से कर्ज लेकर अपनी फसलों की बुवाई कर रहा है जिम्मेदार अधिकारी कुंभकर्णी नींद में सो रहे हैं तहसील क्षेत्र के किसानों को अधिकारियों द्वारा सिर्फ कोरा आश्वासन दिया जा रहा है उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा रहा है जहां एक और तहसील क्षेत्र का किसान अपनी फसल बर्बादी के चलते दो वक्त की रोटी का मोहताज है और अन्य प्रदेशों को पलायन कर गया है वहीं दूसरी ओर इस संकट की घड़ी में बैंकों की तानाशाही के चलते यहां का गरीब किसान पस्त हो चुका है।यूपी किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण सिंह परिहार ने कहा केंद्र व प्रदेश सरकार किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ नहीं दे पा रही है जबकि फसल चार माह पूर्व बर्बाद हो गई थी दूसरी ओर बैंकों की तानाशाही के चलते किसान परेशान है अपने बचत खातों से पैसे नहीं निकल पा रहा है जो किसानों के साथ घोर अन्याय है परिहार ने कहा किसानों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा किसानों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन किया जाएगा जिम्मेदारों का घेराव किया जाएगा पंचायत में प्रमुख रूप से किसान सेवक शेखर राज बडोनिया, प्यारेलाल बेधड़क,सुल्तान सिंह,जनक सिंह,धीरेंद्र सिंह,हम्मीर सिंह,वृंदावन सिंह,हरमुख सिंह,महेश गुप्ता,शैलेंद्र सिंह परिहार,महेंद्र सिंह गौर,गुलाब सिंह परिहार,हमीर सिंह परिहार,महेंद्र सिंह परिहार,रघुवीर सिंह,राजीव दीक्षित,गजेंद्र सिंह सिकरवार,प्रतिपाल सिंह,उदय पाल सिंह,मंगल सिंह,सूर्य प्रताप सिंह,वीरेंद्र सिंह,बाल रैकवार,प्रताप सिंह,गुलाब सिंह,लाल सिंह,शेर सिंह,शैलेंद्र सिंह,जगत सिंह,प्रहलाद सिह, गौर,नरेंद्र सिंह,श्रृंगार सिंह,दीपक सिंह,कालीचरण कुशवाहा वृंदावन सिंह,महेश गुप्ता,बैजनाथ अहिरवार,रामाधार निषाद, रामचंद्र बुढ़िया,हरिशचंद्र मिश्रा सहित सैकड़ो किसान उपस्थित रहे।
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