मऊरानीपुर। भारतीय आपराधिक न्याय प्रणाली के नये युग का आज से आगाज हुआ है 163 साल पुराने IPC और CRPC को भूल जाइए,भारतीय दंड संहिता (IPC), दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) और 1872 के भारतीय साक्ष्य अधिनियम आज से बदल गया। इसके जगह पर भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) आज आधी रात से लागू हो गया। नए मुकदमे और प्रक्रिया बीएनएस, बीएनएसएस और बीएसए) तहत लागू हो गए।जिसके चलते आज झांसी जिले के सभी थानों पर कार्यशाला आयोजित की गई है।
इसके साथ ही मऊरानीपुर कोतवाली परिसर में भी उपजिलाधिकारी गोपेश तिवारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी लक्ष्मीकांत गौतम के मुख्य आतिथ्य में कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमे BNS,BNSS,BSA जैसे कानून लागू होने पर लोगो को विस्तृत जानकारी दी गई। इस दौरान कोतवाल आनंद कुमार सिंह,थाना क्षेत्र के उपनिरीक्षकगण,पुलिस बल के अलावा नगर के गणमान्य नागरिक और महिलाए सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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