मऊरानीपुर। ह्र्दविदारक घटना मऊरानीपुर कोतवाली क्षेत्र की है। जहां एक बहन अपने भाई की चिता को अपने ही हाथो से मुखाग्नि देती हुई नजर आई है। क्योंकि माता पिता की मौत के बाद भाई ने आज बिजली विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते पेड़ से लटकर फांसी लगा ली थी। जानकारी के अनुसार लगभग 6 वर्ष पूर्व मृतक के पिता भरत बहादुर की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। तथा मां की मौत भी आग की चपेट में आने से हो गई थी। जिसके तीनों नाबालिक बच्चे अनाथ हो चुके थे।। कुछ समय तक तो यहां वहां से मांग कर दो वक्त की रोटी मिलती रही । जब पेट की भूख मिटाने में मासूम असफल रहे। तो मजबूर होकर तीनों मासूम अधिकारियों की शरण में पहुंचे। और अधिकारियों द्वारा भाई को नौकरी का आश्वासन दिया। लेकिन मासूमों को आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला।।आखिर में अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद परेशान भाई ने घर के बाहर लगे पेड़ से फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली।
जिसके बाद मऊरानीपुर के हाइडिल कालोनी में रहने वाली बहन रोशनी व छोटी बहन भाई को पेड़ पर लटका देख दंग रह गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्यवाही करते हुए पोस्टमार्टम करा कर बहन को भाई का शव सौप दिया । जिसके बाद बेसहारा बहन अपने भाई के शव को लेकर गांधीगंज स्थित शमशान लेकर पहुंची। जहां उपजिलाधिकारी अंकुर श्रीवास्तव व बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई थी। जिसके बाद बहन रोशनी ने छलकती आंखों से गिरते आंसुओ के साथ भाई की चिता को मुखागनी दी।
कुलमिलाकर अगर समय रहते बिजली विभाग के अधिकारी आर्थिक तंगी से जूझ रहे भाई बहन की नौकरी देकर मदद कर देता तो आज बेसहारा बहनों के सिर से भाई का हाथ न उठता।
✍️रिपोर्ट-राजीव दीक्षित, झाँसी
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